आपको गढ़वाली के वर्तमान काल की क्रियाओं का रूप बटाने से पहले सर्वनामों का ज्ञान होना चाहिए .इसीलिए सबसे पहले आपको गढ़वाली के सर्वनामों से परिचित करा लेना उचित होगा क्योंकि, किसी भी क्रिया का रूप उसके काल के साथ साथ उसके पुरुष(प्रथम,द्वितीय ) तथा संख्या (एकवचन ,बहुवचन ) पर निर्भर करता है. तो देखिए कैसे होते हैं गढ़वाली सर्वनाम :
हिंदी के सर्वनाम गढ़वाली के सर्वनाम
प्रथम पुरुष एकवचन मैं मि
द्वितीय पुरुष एकवचन तू/तुम/आप(सम्मानसूचक) तु/तुम*(सम्मानसूचक)
तृतीय पुरुष एकवचन वो/वह उ/वो
प्रथम पुरुष बहुवचन हम हम
द्वितीय पुरुष बहुवचन तुम(तुम सब) तुम
तृतीय पुरुष बहुवचन वे(वे सब) उ/वो
* गढ़वाली में भी कुमाऊंनी की ही तरह मूलतः "आप" सर्वनाम का प्रावधान नहीं है सम्मानसूचक के तौर पर "तुम" ही चलता है.
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